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Meerut News: A Big Dispute Between Two Communities Because Of Dead Body Bjp Leaders Have Been Beaten Up – मेरठ: शव दफनाने को लेकर बवाल, दो समुदाय के लोगों में जमकर संघर्ष, भाजपा नेताओं को भी दौड़ा-दौड़ाकर पीटा

सार
शव दफनाने को लेकर दो समुदाय के लोगों में बवाल हो गया। इस दौरान भाजपा नेताओं के साथ जमकर मारपीट की गई, जिसमें एक नेता की हालत ज्यादा गंभीर बताई जा रही है।
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कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र की नंगलाताशी गांव निवासी खेरु निशां (40) पत्नी यूसुफ की गुरुवार को मौत हो गई थी। महिला के परिजनों ने शव दफनाने के लिए डिफेंस एंक्लेव डबल स्टोरी के पास कब्रिस्तान वाली भूमि पर कब्र खोदी। पास में ही मेरठ विकास प्राधिकरण की भूमि है, जिसको लक्ष्य हॉस्पिटल के मालिक डॉ. सागर तोमर ने खरीदा था। कब्र खोदने की सूचना पर सागर तोमर और उनके पिता सुधीर तोमर मौके पर पहुंचे। उन्होंने मेरठ विकास प्राधिकरण से 1193 मीटर भूमि खरीदी थी और मृतक के परिजनों से कब्रिस्तान की भूमि में कब्र खोदने की बात कही।
मामला तूल पकड़ा तो कंकरखेड़ा इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सक्सेना मौके पर पहुंचे। दोनों पक्षों में बातचीत चल रही थी, तभी डॉक्टर पक्ष से भाजपा नेता दुष्यंत रोहटा, नवाब सिंह लखवाया और सचिन सिरोही, संजय वर्मा भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास किया। आरोप है कि यूसुफ पक्ष के लोगों ने भाजपा नेताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया। पुलिस के सामने ही दुष्यंत रोहटा, नवाब सिंह लखवाया के कपड़े फाड़ दिए। पुलिस ने किसी तरह उनको बचाने का प्रयास किया, लेकिन लोगों की संख्या ज्यादा होने के चलते पुलिस काबू नहीं कर सकी। पुलिस ने दुष्यंत रोहटा, नवाब सिंह लखवाया और सचिन सिरोही को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने लाठियां फटकार कर भीड़ को खदेड़ा। भीड़ को खदेड़ने के दौरान मौका पाकर सचिन सिरोही और संजय वर्मा वहां से निकल गए और अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर पूरे प्रकरण की जानकारी दी। एसपी सिटी विनीत भटनागर मौके पर पहुंचे। लोगों ने शव सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। एसपी सिटी का कहना है कि पुलिस मामले की जांच करने में जुटी है।
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भाजपा नेताओं को पीटने के मामले में देर रात हिंदू संगठन ने कंकरखेड़ा थाने में हंगामा किया। आरोप है कि पुलिस के सामने ही भाजपा नेताओं को पीटा गया और वह तमाशबीन बनकर देखती रही। पुलिस ने दोनों पक्षों पर कार्रवाई करने की बात कही है।
भाजपा नेताओं पर हमले की जानकारी लगने पर बजरंग दल के प्रांत संयोजक बलराज डूंगर, हिंदू युवा वाहिनी, हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता गुरुवार की रात कंकरखेड़ा थाने पहुंचे। हिंदू संगठन ने हंगामा किया और मारपीट करने वाले दूसरे समुदाय के लोगों पर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने बताया कि डॉक्टर व दूसरे समुदाय के परिवार में कब्रिस्तान में शव दफनाने के विवाद की जानकारी लगने पर कंकरखेड़ा पुलिस पहुंच गई थी। पुलिस ने लोगों को समझाया, इसके बावजूद शव को दफनाने पर हंगामा किया गया।
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पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अगर भाजपा नेताओं को शिकायत करनी थी वह थाने आकर करते। पुलिस की यह बात सुनकर हिंदू संगठन भड़क गया। उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। एसपी सिटी ने लोगों ने उनको समझाया और कार्रवाई करने का भरोसा दिया। देर रात हिंदू संगठन ने दूसरे पक्ष के खिलाफ थाने में तहरीर दी। हिंदू जागरण मंच अध्यक्ष सचिन सिरोही का कहना कि पुलिस के इशारे पर हमला हुआ है। पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की।
विस्तार
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र की नंगलाताशी गांव निवासी खेरु निशां (40) पत्नी यूसुफ की गुरुवार को मौत हो गई थी। महिला के परिजनों ने शव दफनाने के लिए डिफेंस एंक्लेव डबल स्टोरी के पास कब्रिस्तान वाली भूमि पर कब्र खोदी। पास में ही मेरठ विकास प्राधिकरण की भूमि है, जिसको लक्ष्य हॉस्पिटल के मालिक डॉ. सागर तोमर ने खरीदा था। कब्र खोदने की सूचना पर सागर तोमर और उनके पिता सुधीर तोमर मौके पर पहुंचे। उन्होंने मेरठ विकास प्राधिकरण से 1193 मीटर भूमि खरीदी थी और मृतक के परिजनों से कब्रिस्तान की भूमि में कब्र खोदने की बात कही।
मामला तूल पकड़ा तो कंकरखेड़ा इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सक्सेना मौके पर पहुंचे। दोनों पक्षों में बातचीत चल रही थी, तभी डॉक्टर पक्ष से भाजपा नेता दुष्यंत रोहटा, नवाब सिंह लखवाया और सचिन सिरोही, संजय वर्मा भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास किया। आरोप है कि यूसुफ पक्ष के लोगों ने भाजपा नेताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया। पुलिस के सामने ही दुष्यंत रोहटा, नवाब सिंह लखवाया के कपड़े फाड़ दिए। पुलिस ने किसी तरह उनको बचाने का प्रयास किया, लेकिन लोगों की संख्या ज्यादा होने के चलते पुलिस काबू नहीं कर सकी। पुलिस ने दुष्यंत रोहटा, नवाब सिंह लखवाया और सचिन सिरोही को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने लाठियां फटकार कर भीड़ को खदेड़ा। भीड़ को खदेड़ने के दौरान मौका पाकर सचिन सिरोही और संजय वर्मा वहां से निकल गए और अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर पूरे प्रकरण की जानकारी दी। एसपी सिटी विनीत भटनागर मौके पर पहुंचे। लोगों ने शव सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। एसपी सिटी का कहना है कि पुलिस मामले की जांच करने में जुटी है।
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