1990 के दशक में मोहाली की पिच तेज गेंदबाजों के लिए मददगार मानी जाती थी। यह भारत के उन मैदानों में से एक थी, जहां तेज गेंदबाज गेंदबाजी करना पसंद करते थे। हालांकि, पिछले कुछ सालों में इस मैदान पर स्पिनर्स का बोलबाला रहा है।
भारत और श्रीलंका के बीच मोहाली में शुक्रवार से दो टेस्ट की सीरीज का पहला मैच खेला जाएगा। इस मुकाबले के लिए टॉस सुबह नौ बजे होगा और पहली गेंद साढ़े नौ बजे फेंकी जाएगी। दोनों टीमें चार साल बाद भिड़ेंगी। दोनों टीमों के बीच पिछली टेस्ट सीरीज दिसंबर 2017 में खेली गई थी। इसे टीम इंडिया ने 1-0 से जीता था।
मोहाली के पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन आईएस बिंद्रा स्टेडियम में भारतीय टीम का रिकॉर्ड शानदार रहा है। टीम यहां पिछले 27 साल से अजेय है। पिछली बार टीम इंडिया मोहाली में दिसंबर 1994 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 243 रन से हारी थी। इसके बाद से भारत ने यहां जितने भी मैच खेले हैं, वह या तो ड्रॉ रहे या जीत हासिल की।
भारत-श्रीलंका के बीच मोहाली में सिर्फ एक मुकाबला
भारत ने मोहाली में कुल 13 टेस्ट खेले हैं और सात जीते हैं। एक में हार का सामना करना पड़ा और पांच मुकाबले ड्रॉ रहे। भारत और श्रीलंका के बीच मोहाली के मैदान पर सिर्फ एक टेस्ट खेला गया। 1997 में खेला गया यह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। मोहाली में भारत करीब पांच साल बाद कोई टेस्ट खेलेगा। इस मैदान पर टीम इंडिया ने पिछला मैच नवंबर 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था, जो कि ड्रॉ रहा था।
भारत और श्रीलंका के बीच टेस्ट के आंकड़े
भारत और श्रीलंका के बीच मुकाबले की बात करें, तो दोनों के बीच कुल 44 टेस्ट मुकाबले खेले गए हैं। इसमें से टीम इंडिया ने 20 मैचों में जीत हासिल की, जबकि सात में हार का सामना करना पड़ा। 17 मैच ड्रॉ रहे। भारत ने अपनी जमीन पर श्रीलंका के खिलाफ 20 टेस्ट खेले हैं। इसमें से 11 में जीत मिली और नौ मैच ड्रॉ रहे। भारत अपनी जमीन पर श्रीलंका के खिलाफ एक भी टेस्ट नहीं हारा है। ऐसे में श्रीलंकाई टीम को भारतीय जमीन पर पहली जीत की तलाश है।
मोहाली की पिच स्पिनरों के लिए मददगार हो सकती है
1990 के दशक में मोहाली की पिच तेज गेंदबाजों के लिए मददगार मानी जाती थी। यह भारत के उन मैदानों में से एक थी, जहां तेज गेंदबाज गेंदबाजी करना पसंद करते थे। हालांकि, पिछले कुछ सालों में इस मैदान पर स्पिनर्स का बोलबाला रहा है। 2012 के बाद से इस मैदान पर जीत में भारतीय स्पिनर्स ने अहम भूमिका निभाई है।
2001 से लेकर 2010 तक मोहाली में तेज गेंदबाजों ने 83 विकेट और स्पिनर्स न 80 विकेट लिए थे। वहीं, 2011 से लेकर 2020 तक स्पिनर्स ने इस मैदान पर 81 विकेट लिए, जबकि तेज गेंदबाजों को 59 विकेट मिले। पिछले 10 साल में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने इस मैदान पर कहर बरपाया है और टीम इंडिया की जीत में खास भूमिका निभाई है। ऐसे में कप्तान रोहित शर्मा पहले टेस्ट में भी अश्विन और जडेजा के साथ ही मैदान पर उतरना चाहेंगे।
विराट कोहली के 100वां टेस्ट पर रहेगी सबकी नजर
भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के लिए यह टेस्ट खास रहने वाला है। यह उनके टेस्ट करियर का 100वां मैच होगा। अपने 11 साल के टेस्ट करियर में कोहली 99 मैच में कुल 27 शतक लगा चुके हैं। इसमें सात दोहरा शतक हैं। उनका टेस्ट में औसत 50.39 का रहा है। अभी तक उन्होंने कुल 7962 रन बना लिए हैं। कोहली के 100वें टेस्ट के अवसर पर बीसीसीआई ने 50 प्रतिशत दर्शकों को भी स्टेडियम में आने की अनुमति दी है।
विराट कोहली खत्म कर सकते हैं शतकों का सूखा
कोहली के 100वें टेस्ट में फैन्स की नजर उनके शतकों के सूखे पर भी होगी। कोहली ने पिछला अंतरराष्ट्रीय शतक नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में लगाया था। वह श्रीलंका के खिलाफ शतक लगाकर 100वें टेस्ट को यादगार बनाने की कोशिश करेंगे। सुरंगा लकमल, लाहिरू कुमारा या लेसिथ एम्बुलडेनिया जैसे गेंदबाजों की मौजूदगी वाले श्रीलंकाई आक्रमण को खेलने में कोहली को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए।
रोहित शर्मा पहली बार टेस्ट में कप्तानी करेंगे
इस टेस्ट से रोहित की अगुवाई में भारतीय टीम की नई यात्रा की भी शुरुआत होगी। दक्षिण अफ्रीकी दौरे के बाद कोहली के कप्तानी से इस्तीफा देने के बाद रोहित को नया टेस्ट कप्तान बनाया गया। अब यह देखने वाली बात होगी कि रोहित की कप्तानी में टीम इंडिया क्या मुकाम हासिल करती है। रोहित ने हालांकि, सीमित ओवर क्रिकेट में अपनी कप्तानी से सभी को प्रभावित किया।
उनकी कप्तानी में भारत ने न्यूजीलैंड को टी-20 सीरीज में 3-0, वेस्टइंडीज को वनडे और टी-20 सीरीज में 3-0 और श्रीलंका को टी-20 सीरीज में 3-0 से हराया। रोहित अभी 34 साल के हैं और यह तय है कि वह लंबे समय तक भारत के कप्तान नहीं रहेंगे। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि वह भारतीय क्रिकेट में परिवर्तन के इस दौर को कैसे संभालते हैं। हालांकि, इसकी शुरुआत चेतेश्वर पुजारा, अंजिक्य रहाणे और ईशांत शर्मा जैसे दिग्गजों को बाहर करने से हो चुकी है।
भारत के प्लेइंग-11 पर होगी सबकी नजर
कप्तान रोहित के लिए सबसे बड़ी चुनौती रहाणे और पुजारा जैसे बल्लेबाजों के विकल्प को तलाशना है। रोहित के साथ मयंक अग्रवाल का ओपनिंग करना तय माना जा रहा है। तीन खिलाड़ियों के बीच दो स्थानों के लिए जंग है। ये तीन खिलाड़ी हैं- शुभमन गिल, हनुमा विहारी और श्रेयस अय्यर। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि पुजारा की जगह शुभमन गिल नंबर तीन पर बल्लेबाजी कर सकते हैं।
वहीं, वसीम जाफर जैसे पूर्व दिग्गज का मानना है कि नंबर तीन पर हनुमा विहारी बेहतर ऑप्शन रहेंगे। रहाणे के नंबर पांच के लिए श्रेयस अय्यर को दावेदार माना जा रहा है। अगर शुभमन नंबर तीन पर खेलते हैं तो विहारी और श्रेयस के बीच नंबर पांच के लिए जंग होगी। विहारी को कूल टेम्परामेंट वाला बल्लेबाज माना जाता है। वह मैदान पर जमे रहते हैं और इससे विपक्षी गेंदबाजों की लय बिगड़ जाती है।
श्रेयस अय्यर का खेलना लगभग तय
अगर हनुमा विहारी को नंबर तीन पर मौका मिलता है, तो श्रेयस को शुभमन पर तरजीह दी जाएगी। श्रेयस पिछले कुछ समय से शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज में श्रेयस प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे थे। इसके अलावा श्रेयस ने अपने डेब्यू पर न्यूजीलैंड के खिलाफ शतक जड़ा था। ऐसे में उनका खेलना तय माना जा रहा है।
श्रीलंका की टीम बल्लेबाजी में काफी हद तक अपने कप्तान दिमुथ करुणारत्ने, एंजेलो मैथ्यूज और दिनेश चांदीमल पर निर्भर है। वहीं, गेंदबाजी में टीम के पास लकमल, लाहिरू और चमीरा जैसे गेंदबाज होंगे। स्पिन की जिम्मेदारी एम्बुलडेनिया और जयविक्रमा पर होगी।
हनुमा विहारी, शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर
संभावित प्लेइंग-11
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), ऋषभ पंत, मयंक अग्रवाल, शुभमन गिल/हनुमा विहारी, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज
श्रीलंका: दिमुथ करुणारत्ने (कप्तान), दिनेश चांदीमल, कुसल मेंडिस, पथुम निसांका, चरिथ असलंका, धनंजय डी सिल्वा, एंजेलो मैथ्यूज, दुष्मंथा चमीरा, लाहिरू कुमारा, लसिथ एम्बुलडेनिया, प्रवीण जयविक्रमा
पिच और मौसम की जानकारी
मोहाली के मैदान पर पिच स्पिनरों के लिए मददगार हो सकती है। हालांकि, शुरुआती दो दिन बल्लेबाजों को रन बनाने का मौका मिलेगा। ऐसे में टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करना चाहेगी। पहले खेलते हुए 350 से ऊपर का स्कोर अच्छा होगा। मौसम साफ रहने का आसार हैं। बारिश की कोई संभावना नहीं है। टेस्ट मैच के दौरान अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्शियस और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्शियस रहेगा।