प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रोड शो के बाद देर रात अस्सी घाट स्थित पप्पू की अड़ी पर चाय पी। साधारण टेबल बेंच पर बैठ प्रधानमंत्री ने लगभग 15 मिनट में एक-एक कर तीन पुरवा चाय की चुस्की के बीच अपनी काशी के विकास का हाल भी प्रबुद्धजनों से जाना।
काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर और काशी में हुए विकास के बारे में जानकारी ली। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अस्सी निवासी श्रीधर पांडेय उर्फ राजू गुरु से पूछा कि आप कॉरिडोर देखने गए थे, कैसा लगा? श्रीधर ने प्रधानमंत्री को बताया कि अद्भुत, अलौकिक बना है विश्वनाथ धाम। पहले से ही काशी की पहचान थी, इसमें विश्वनाथ धाम चार चांद लगा रहा है।
प्रधानमंत्री ने वहीं खड़े पवन शर्मा से पूछा कि यहां और कौन-कौन लोग चाय पीने आते हैं। कॉरिडोर के बारे में फीडबैक भी लिया। पप्पू के लड़के अशोक से प्रधानमंत्री ने परिवार के बारे में जानकारी ली। दुकान के अंदर छह लोगों के साथ बैठकर पीएम मोदी ने चाय पी।
शाम लगभग 7.49 बजे दुकान में पहुंचे प्रधानमंत्री को अपने बीच पाकर चाय पी रहे लोग चकित रह गए। प्रधानमंत्री को आते देख सभी लोग हाथ जोड़कर खड़े हो गए। वहीं, प्रधानमंत्री की फ्लीट रुकते ही एसपीजी ने दुकान के बाहर रस्सी का सुरक्षा घेरा बना दिया।
भीड़ के बीच हर-हर महादेव का उद्घोष होने लगा। मोदी-मोदी, योगी-योगी का नारा भी लगाया गया। दुकान पर बैठे मनोज से पूछा कि क्या हाल है। मनोज दोनों हाथ जोड़कर बोले कि आपका आशीर्वाद है। आपके नेतृत्व में काशी में विकास की गंगा बह रही है। मुस्कुराते हुए मोदी अंदर टेबल और बेंच पर बैठ गए।
एक पुरवा चाय पीने के बाद प्रबुद्ध जनों से बातचीत के दौरान आवाज लगाकर एक और पुरवा चाय पी। यही नहीं, दुकान से निकलते हुए दुकानदार मनोज से कहा कि बहुत अच्छी चाय बनी है एक और पुरवा चाय मांगकर प्रधानमंत्री ने पी। वहीं मनोज को खूब तरक्की करने का आशीर्वाद दिया। मनोज के भाई अशोक ने केतली से पुरवा में चाय उड़ेली। इस दौरान यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने भी चाय पीते हुए लोगों से कुशलक्षेम जाना।
पीएम मोदी आज पूरे बनारसी अंदाज में दिखे। खादी की सदरी पहने मोदी ने भगवा टोपी भी पहन रखी थी। बनारसी गमछा, खादी की सदरी के साथ मोदी की टोपी की चर्चा इस रोड शो में सबसे ज्यादा रही। मोदी ने पहली बार इस तरह की टोपी पहनी। इसके कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।
अस्सी क्षेत्र में पप्पू की चाय काफी प्रसिद्ध है, यहां कई राजनेता चुस्की ले चुके हैं। इस समय तीसरी पीढ़ी चाय की दुकान चला रही है। पप्पू के बेटे मनोज, अशोक ने बताया कि दादा और पिता के समय कई नेताओं ने चाय की चुस्की ली, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी पहली बार दुकान पर चाय पीने पहुंचे।
चाय के बाद घुलाया गोपाल का मीठा पान
पप्पू की दुकान पर चाय पीने के बाद बगल में गोपाल के पान की दुकान को देखते ही प्रधानमंत्री रुक गए और बनारसी पान खाने के लिए बढ़े। गोपाल से उनके व्यवसाय के बारे में जाना और कहा कि मीठा पान खिलाइए। इस दौरान प्रधानमंत्री ने मजाकिया लहजे में कहा कि गोपालजी चूना मत लगाइएगा। गोपाल ने उन्हें बिना चूने का पान खिलाया। निकलते वक्त प्रधानमंत्री ने गोपाल और उनके परिवार की कुशलक्षेम पूछी।