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वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, मॉस्को
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Sat, 05 Mar 2022 10:21 PM IST
सार
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर हमले के चलते पश्चिमी देशों की ओर से लगाए जा रहे प्रतिबंधों को लेकर कड़ा जवाब दिया है और अपनी कार्रवाई का बचाव किया है। इस रिपोर्ट में पढ़िए कि पुतिन की इस बौखलाहट के कारण क्या हैं…
यूक्रेन पर हमले को लेकर पश्चिमी देश रूस के खिलाफ एकजुट हो गए हैं और रूस के खिलाफ लगातार प्रतिबंध लगा रहे हैं। पश्चिमी देशों के इस रुख से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन खासे खफा हैं। शनिवार को इसे लेकर पुतिन ने तीखी प्रतिक्रिया दी और इसे युद्ध के एलान के बराबर बताया।
पुतिन ने रूस के खिलाफ अपनी कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि यह कदम यूक्रेन में रूसी बोलने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी था। उन्होंने महिला फ्लाइट अटेंडेंट से बाक करते हुए कहा कि मास्को बस यह चाहता है कि यूक्रेन का सैन्यीकरण न हो और वह तटस्थ रहे।
पश्चिमी प्रतिबंधों को लेकर पुतिन ने कहा कि ये रूस के खिलाफ लड़ाई के तरीके हैं। उन्होंने कहा, ‘ये जो प्रतिबंध आप देख रहे हैं ये युद्ध की घोषणा करने के बराबर हैं, लेकिन अच्छी बात है कि स्थिति अभी असली युद्ध तक नहीं पहुंची है। लेकिन, हम यह समझते हैं कि ये धमकियां किस बारे में हैं।’
पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में सब कुछ योजना के अनुसार हो रहा है और रूसी सेना अपना उद्देश्य जरूर पूरा करेगी। इसके साथ ही उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि अगर कोई तीसरा पक्ष यूक्रेन के ऊपर नो फ्लाई जोन के बारे में विचार करेगा तो उसको भी इस सशस्त्र संघर्ष में शामिल माना जाएगा।
किस देश ने रूस पर लगाए क्या प्रतिबंध
- अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस पुतिन और रूस के विदेश मंत्री सर्गी लैवरोव के देश में प्रवेश करने पर रोक लगा दी है। रूस के चार बैंक और इसकी 12 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसके साथ ही रूस को रक्षा उपकरणों की आपूर्ति पर भी रोक लगा दी गई है।
- ब्रिटेन ने भी रूस के खिलाफ कई प्रतिबंधों का एलान किया है। इसने रूस के पांच बैंक पर भी प्रतिबंध लगाए हैं। पुतिन की संपत्ति पर रोक लगाने के साथ बैंक खाते भी फ्रीज कर दिए हैं। रूसी अरबपति अलीशेर उस्मानोव और इगोर शुवालोव पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं।
- नए प्रतिबंधों के तहत इन दोनों की संपत्तियां फ्रीज की जाएंगी और उनकी ब्रिटेन यात्रा पर रोक लगा दी जाएगी। उन्हें ब्रिटिश नागरिकों और यहां के कारोबारी प्रतिष्ठानों के साथ व्यापार करने की अनुमति भी नहीं होगी। इटली की पुलिस ने उस्मानोव की एक याट भी जब्त की है।
- कनाडा ने रूस को स्विफ्ट भुगतान व्यवस्था से बाहर कर दिया है। कनाडा में रूस के कई बैंकों और 50 से अधिक प्रभावशाली शख्सियतों के खिलाफ भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। जापान ने रूस से सेमी कंडक्टर का आयात रोकने के साथ रूसी बॉन्ड जारी करने पर रोक लगाई है।
- ऑस्ट्रेलिया ने रूस के 25 प्रभावशाली व्यक्तियों, बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा की है। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने रूस की एयरलाइंस पर भी प्रतिबंध लगाया है। यूरोपीय संघ के सदस्य देशों ने भी रूस के खिलाफ सख्त प्रतिबंधों का एलान किया है।
विस्तार
यूक्रेन पर हमले को लेकर पश्चिमी देश रूस के खिलाफ एकजुट हो गए हैं और रूस के खिलाफ लगातार प्रतिबंध लगा रहे हैं। पश्चिमी देशों के इस रुख से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन खासे खफा हैं। शनिवार को इसे लेकर पुतिन ने तीखी प्रतिक्रिया दी और इसे युद्ध के एलान के बराबर बताया।
पुतिन ने रूस के खिलाफ अपनी कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि यह कदम यूक्रेन में रूसी बोलने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी था। उन्होंने महिला फ्लाइट अटेंडेंट से बाक करते हुए कहा कि मास्को बस यह चाहता है कि यूक्रेन का सैन्यीकरण न हो और वह तटस्थ रहे।
पश्चिमी प्रतिबंधों को लेकर पुतिन ने कहा कि ये रूस के खिलाफ लड़ाई के तरीके हैं। उन्होंने कहा, ‘ये जो प्रतिबंध आप देख रहे हैं ये युद्ध की घोषणा करने के बराबर हैं, लेकिन अच्छी बात है कि स्थिति अभी असली युद्ध तक नहीं पहुंची है। लेकिन, हम यह समझते हैं कि ये धमकियां किस बारे में हैं।’
पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में सब कुछ योजना के अनुसार हो रहा है और रूसी सेना अपना उद्देश्य जरूर पूरा करेगी। इसके साथ ही उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि अगर कोई तीसरा पक्ष यूक्रेन के ऊपर नो फ्लाई जोन के बारे में विचार करेगा तो उसको भी इस सशस्त्र संघर्ष में शामिल माना जाएगा।
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