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Pm Modi Will Give Gift Of Metro Rail To Pune Today Will Lay The Foundation Stone For Many Development Projects – पुणे: पीएम मोदी आज देंगे मेट्रो रेल की सौगात, कई विकास परियोजनाओं की रखेंगे आधारशिला
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अमर उजाला ब्यूरो/एजेंसी, मुंबई।
Published by: देव कश्यप
Updated Sun, 06 Mar 2022 02:43 AM IST
सार
सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी सुबह 11 बजे पुणे महानगरपालिका (पीएमसी) परिसर में 1850 किलोग्राम गनमेटल से बनी 9.5 फुट ऊंची छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके बाद लगभग 11:30 बजे पुणे मेट्रो रेल परियोजना का उद्घाटन करेंगे।
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विस्तार
सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी सुबह 11 बजे पुणे महानगरपालिका (पीएमसी) परिसर में 1850 किलोग्राम गनमेटल से बनी 9.5 फुट ऊंची छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके बाद लगभग 11:30 बजे पुणे मेट्रो रेल परियोजना का उद्घाटन करेंगे। कुल 32.2 किलोमीटर लंबी पुणे मेट्रो रेल परियोजना में से 12 किलोमीटर के हिस्से का उद्घाटन किया जाएगा।
पीएम मोदी ने 24 दिसंबर 2016 को मेट्रो परियोजना की आधारशिला रखी थी, जो 11,400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बन रही है। प्रधानमंत्री गरवारे मेट्रो स्टेशन पर प्रदर्शनी का उद्घाटन कर वहां से आनंदनगर मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो की सवारी करेंगे।
अधूरी परियोजनाओं से ज्यादा जरूरी यूक्रेन में फंसे विद्यार्थियों को वापस लाना: पवार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुणे दौरे से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को कहा कि जिस मेट्रो सेवा का मोदी उद्घाटन करने वाले हैं उसका काम अभी अधूरा है। इसके साथ ही उन्होंने युद्धग्रस्त यूक्रेन से भारतीय छात्रों को वापस लाने के काम को ज्यादा महत्वपूर्ण बताया।
प्रधानमंत्री रविवार को पुणे जाने वाले हैं, जहां वह मेट्रो सेवा वल अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। पवार ने कहा, मैं मानता हूं कि पुणे में महत्वपूर्ण परियोजनाएं हैं, जो अधूरी हैं और प्रधानमंत्री एक अहम परियोजना का उद्घाटन करेंगे, लेकिन यूक्रेन में फंसे छात्रों को निकालना अधिक महत्वपूर्ण है। मुझे लगता है कि सत्तारूढ़ दल को इसके बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए।
भारतीय छात्रों की परेशानी पर उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध से बहुत से छात्रों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, मैंने वहां फंसे एक भारतीय छात्र से बात की थी। उसने मुझे बताया कि भारतीय दूतावास ने उन्हें यूक्रेन की सीमा पार करने को कहा है जो उस स्थान से पैदल छह घंटे की दूरी पर है, जहां छात्र फंसे हैं। पवार ने कहा, छात्र पैदल चलने के लिए तैयार हैं, लेकिन बेहद ठंड, बमबारी और गोलीबारी उनकी चिंता का मुख्य कारण हैं।
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