बॉलीवुड के प्रसिद्ध निर्देशक संजय लीला भंसाली आज यानी 24 फरवरी को अपना 59वां जन्मदिन मना रहे हैं। कमाल की बात यह है कि संजय लीला भंसाली के जन्मदिन के एक दिन बाद यानी 25 फरवरी को उनकी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ रिलीज होने के लिए तैयार है। हालांकि रिलीज से दो दिन पहले ही निर्देशक की फिल्म को कई कोर्ट कचहरी का सामना करना पड़ रहा है। पहले असली गंगूबाई के परिवार वालों ने और अब कमाठीपुरा के निवासियों ने फिल्म पर आपत्ति जताई है। लेकिन ये पहली बार नहीं है। इससे पहले भी संजय लीला भंसाली की फिल्मों को इससे भी बड़े-बड़े विवादों का सामना करना पड़ा है। आई जानते हैं संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी उन फिल्मों के बारे में जिनपर बवाल मचा है।
पद्मावती
पद्मावती को भंसाली की अब तक की सबसे विवादास्पद फिल्म कहा जा सकता है। दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह अभिनीत यह फिल्म तथ्यों में हेरफेर करने और राजपूतों की भावनाओं को आहत करने के लिए सुर्खियों में रही। रानी पद्मावती के जीवन पर आधारित इस फिल्म को रिलीज होने से पहले कुछ बड़े विरोधों का सामना करना पड़ा था। विरोध इतना जबरदस्त था कि करणी सेना ने जयपुर के जयगढ़ किले में लगे फिल्म के सेट को तबाह कर दिया था। इतना ही नहीं उन्होंने भंसाली को थप्पड़ तक जड़ दिया था।
बाजीराव मस्तानी
बाजीराव मस्तानी के डायलॉग “बाजीराव ने मस्तानी से मोहब्बत की अयाशी नहीं” को कुछ लोगों ने अश्लील पाया और इस वजह से फिल्म को विवादों में फंसने में देर नहीं लगी। मस्तानी वंशजों को फिल्म के साथ कई समस्याएं थीं, क्योंकि उन्होंने पाया कि फिल्म के कलाकार उनके द्वारा निभाए जा रहे पात्रों के लिए अनुपयुक्त थे।
गोलियों की रासलीला राम-लीला
बहुतों को ठेस पहुंचाने के लिए इस फिल्म का नाम ही काफी है। जब संजय लीला भंसाली ने फिल्म के नाम का खुलासा किया तो कई लोग नाराज हो गए। उनका कहना था कि फिल्म में दो पूज्य देवताओं के नाम का इस्तेमाल उन पात्रों के लिए किया गया है जो गलत और अश्लील काम करते हैं। निर्माताओं के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई और आखिरकार उन्हें नाम बदलना पड़ा।
गुजारिश
ऋतिक रोशन और ऐश्वर्या राय स्टारर फिल्म भी विवादों में घिरी रही। संजय लीला भंसाली पर चोरी का आरोप लगा था। कहा जा रहा था कि निर्देशक ने दिग्गज लेखक दयानंद राजन के अप्रकाशित उपन्यास ‘समर स्नो’ से इस फिल्म की कहानी चोरी की है।