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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Jeet Kumar
Updated Fri, 04 Mar 2022 03:31 AM IST
सार
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मानसिक रूप से मजबूत रहें/घबराएं नहीं। साथ ही कहा भारतीयों या उनके समूह के पास एक सफेद झंडा या सफेद कपड़ा होना चाहिए।
युद्धग्रस्त यूक्रेन के खारकीव में फंसे भारतीयों के लिए भारत के रक्षा मंत्रालय ने एडवायजरी जारी की है। ताकि छात्रों को वहां दिन गुजारने में आसानी हो। गुरुवार शाम जारी एडवायजरी में कहा गया है कि शहर में हालात और बिगड़ सकते हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारतीयों या उनके समूह के पास एक सफेद झंडा या सफेद कपड़ा होना चाहिए। मंत्रालय ने फंसे छात्रों के लिए सूची जारी की है जिसमें बताया गया है छात्रों को क्या करना है और क्या नहीं? हालांकि आइए इससे पहले यूक्रेन के हालात के बारे में एक अंदाजा देने वाली कुछ बातें जान लेते हैं।
बड़े शहर अब भी हमारे कब्जे में : जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बृहस्पतिवार को कहा, कीव, खारकीव, चेर्नीहिव और मेरियूपोल समेत बड़े शहरों पर अब भी हमारा कब्जा है। आजादी के सिवा हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं है। एक सप्ताह में हमने दुश्मन की योजना को बर्बाद कर दिया है। उन्हें यहां शांति नसीब नहीं होगी, खाना नहीं मिलेगा। उन्हें एक क्षण का चैन नहीं मिलेगा।
शरणार्थियों की संख्या 10 लाख पार
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी आयुक्त फिलिप्पो ग्रांडी ने बृहस्पतिवार को कहा कि सिर्फ सात दिन में इस बेमतलब की लड़ाई के कारण यूक्रेन छोड़कर दूसरे देशों में शरण लेने वाले लोगों की संख्या 10 लाख को पार कर गई है। ये यूक्रेन की कुल आबादी का 2 फीसदी है।
युद्ध अपराधों की जांच करेगा आईसीसी
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने अपने 39 सदस्य देशों के आग्रह पर यूक्रेन में संभावित युद्ध अपराधों की जांच का फैसला लिया है।
रूस के खिलाफ लड़ाई की तैयारी कर रहे कुछ नेता : लावरोव
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा, परमाणु हथियारों का विचार पश्चिमी राजनेताओं के दिमाग में घूमता है, रूसियों के नहीं। मेरा मानना है कि कुछ पश्चिमी नेता रूस के खिलाफ युद्ध की तैयारी कर रहे हैं। मॉस्को यूक्रेन में अपने अभियान को आखिरी रूप दिए बिना नहीं रुकेगा। उन्होंने कहा कि रूस के खिलाफ पश्चिमी देश लगातार यूक्रेन को हथियार और प्रशिक्षण दे रहे हैं।
यूक्रेन के खारकीव में फंसे छात्र क्या करें
- मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मानसिक रूप से मजबूत रहें/घबराएं नहीं। साथ ही कहा भारतीयों या उनके समूह के पास एक सफेद झंडा या सफेद कपड़ा होना चाहिए। भोजन और पानी का संरक्षण करें और उन्हें एक-दूसरे से साझा करते रहें। लोगों को सलाह दी गई है कि वे पूरा भोजन से बचें, ताकि सीमित राशन के जरिए भी काम चलाया जा सके।
- अपने साथी भारतीयों के साथ जानकारी संकलित करें और साझा करें।
- दस भारतीय छात्रों के छोटे समूहों/दलों में खुद को व्यवस्थित करें साथ नियंत्रण कक्ष/हेल्पलाइन नंबरों पर लगातार संपर्क बना कर रखें।
- व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं, भारत का पूरा विवरण, नाम, पता, मोबाइल नंबर और संपर्क संकलित करें/ व्हाट्सएप पर जियोलोकेशन साझा करें।
- आपकी उपस्थिति और ठिकाना हमेशा आपके मित्र/छोटे समूह कॉर्डिनेटर को पता होना चाहिए।
- फोन की बैटरी बचाने के लिए केवल कॉर्डिनेटर को भारत में स्थानीय अधिकारियों/दूतावास/नियंत्रण कक्षों के साथ संवाद करना चाहिए।
- रूसी वाक्यों का उपयोग करने के लिए बोलें- студентизиндии (मैं भारत का छात्र हूं) – हां छात्र некомбатант (मैं एक गैर-लड़ाकू हूं)
- यदि सैन्य चेक-पोस्ट या पुलिस सशस्त्र कर्मियों द्वारा रोका जाता है – सहयोग करें/ अपने हाथों को अपने कंधों के ऊपर खुली हथेलियों के साथ उठाएं/ विनम्र रहें आवश्यक जानकारी प्रदान करें जब भी संभव हो बिना टकराव के नियंत्रण कक्ष हेल्पलाइन से संपर्क करें। थकान और भीड़भाड़ से बचने के लिए बड़े बैग न ले जाएं।
क्या न करें
- अपने बंकर बेसमेंट शेल्टर से हर समय बाहर निकलने से बचें साथ ही भीड़ वाले इलाकों में न जाएं।
- स्थानीय प्रदर्शनकारियों या सेना में शामिल न हों। सोशल मीडिया पर कमेंट करने से बचें साथ ही हथियार या कोई भी बिना फटे गोला-बारूद/गोले न उठाएं।
- सैन्य वाहनों के सैनिकों/सैनिकों/क्लीक पोस्ट/मिलिशिया के साथ तस्वीरें/सेल्फ़ी न लें और लाइव युद्ध स्थितियों को फिल्माने की कोशिश न करें।
- चेतावनी सायरन की स्थिति में, जहां भी संभव हो तत्काल आश्रय लें। अगर आप खुले में हैं तो पेट के बल लेट जाएं और सिर ढक लें।
- विस्फोटों या गोलियों के दौरान उड़ने वाले कांच से चोट से बचने के लिए कांच की खिड़कियों से दूर रहें।
विस्तार
युद्धग्रस्त यूक्रेन के खारकीव में फंसे भारतीयों के लिए भारत के रक्षा मंत्रालय ने एडवायजरी जारी की है। ताकि छात्रों को वहां दिन गुजारने में आसानी हो। गुरुवार शाम जारी एडवायजरी में कहा गया है कि शहर में हालात और बिगड़ सकते हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारतीयों या उनके समूह के पास एक सफेद झंडा या सफेद कपड़ा होना चाहिए। मंत्रालय ने फंसे छात्रों के लिए सूची जारी की है जिसमें बताया गया है छात्रों को क्या करना है और क्या नहीं? हालांकि आइए इससे पहले यूक्रेन के हालात के बारे में एक अंदाजा देने वाली कुछ बातें जान लेते हैं।
बड़े शहर अब भी हमारे कब्जे में : जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बृहस्पतिवार को कहा, कीव, खारकीव, चेर्नीहिव और मेरियूपोल समेत बड़े शहरों पर अब भी हमारा कब्जा है। आजादी के सिवा हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं है। एक सप्ताह में हमने दुश्मन की योजना को बर्बाद कर दिया है। उन्हें यहां शांति नसीब नहीं होगी, खाना नहीं मिलेगा। उन्हें एक क्षण का चैन नहीं मिलेगा।
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