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Ipl 2022 Virat Kohli Praised Kl Rahul Said No One Thought Test Specialist Would Play Tremendously In In T20 – Ipl 2022: विराट कोहली ने की केएल राहुल की तारीफ, बताया कैसे टेस्ट स्पेशलिस्ट टी20 में बन गया खतरनाक
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स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: रोहित राज
Updated Sat, 26 Feb 2022 06:47 PM IST
सार
लखनऊ सुपरजाएंट्स के कप्तान केएल राहुल ने 2013 में आईपीएल में पदार्पण किया था। उस समय उन्हें टेस्ट विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता था। धीरे-धीरे समय बदला और राहुल ने भी खुद को ‘टी20 स्पेशलिस्ट’ के रूप में बदल दिया।
केएल राहुल और विराट कोहली
– फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
लखनऊ सुपरजाएंट्स के कप्तान केएल राहुल ने 2013 में आईपीएल में पदार्पण किया था। उस समय उन्हें टेस्ट विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता था। धीरे-धीरे समय बदला और राहुल ने भी खुद को ‘टी20 स्पेशलिस्ट’ के रूप में बदल दिया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के पूर्व कप्तान विराट कोहली भी राहुल से खासे प्रभावित हैं। उनसे एक कार्यक्रम में पूछा गया कि अपनी कप्तानी में किन दो खिलाड़ियों में उन्हें सबसे ज्यादा संभावनाएं दिखीं तो विराट ने राहुल और युजवेंद्र चहल का नाम लिया।
चहल ने 2011 में मुंबई इंडियंस के लिए अपना आईपीएल डेब्यू किया था, लेकिन आरसीबी में शामिल होने के बाद उन्हें सबसे ज्यादा मौके मिले और वे छा गए। दूसरी ओर, आरसीबी की टीम जब 2016 में फाइनल तक पहुंची थी तब राहुल ने 14 मैचों में 44.11 के औसत से 397 रन बनाए थे। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 146.69 का रहा था।
कोहली ने ‘आरसीबी पॉडकास्ट’ पर कहा, “मेरे दिमाग में केवल दो लोगों के नाम आते हैं। वे हैं केएल (राहुल) और युजी (युजवेंद्र चहल)। राहुल 2013 में करुण और मयंक के साथ आरसीबी में थे। वे कभी ऐसे खिलाड़ी नहीं थे जिन्हें टी20 विशेषज्ञ के तौर पर देखा जाता था। राहुल 2015 में सनराइजर्स हैदराबाद का हिस्सा थे और अविनाश वैद्य पहले हमारे मैनेजर थे। उन्होंने मुझसे संपर्क किया क्योंकि वह राहुल के संपर्क में थे। राहुल को खेलने के मौके नहीं मिले रहे थे। मैंने उसे भारत के लिए खेलते हुए देखा था।”
राहुल ने 2013 में आरसीबी के लिए डेब्यू किया था। बाद में वे सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में चले गए थे। वहां उन्हें खेलने का ज्यादा मौका नहीं मिला था। यह बात कोहली तक पहुंचाई गई थी। विराट ने आगे कहा, “वे सनराइजर्स के लिए खेल रहे थे और उन्हें सही समय पर मौके नहीं मिल रहे थे। जो मौके मिले उसमें मुझे लगा कि वे दबाव में खेल रहे हैं। आप देख सकते थे कि राहुल खुद को साबित करने की कोशिश कर रहे थे।”
विराट ने इसके आगे बताया, “जब मौका आया तो मैंने सोचा कि इस खिलाड़ी के पास अविश्वसनीय प्रतिभा है। शायद आरसीबी के लिए खेलने से उसके लिए चीजें आसान हो जाएंगी। वहां वे अपने घरेलू दर्शकों के सामने खेल रहे थे। टीम में मेरे साथ क्रिस गेल और एबी डिविलियर्स थे। अगर केएल अपनी भूमिका निभा सकते हैं, तो वह आत्मविश्वास में बढ़ सकते हैं।”
“राहुल को केंद्र बिंदु नहीं बनना था। वे ऐसे युवा खिलाड़ी भी नहीं थे कि जिन्हें खुद को साबित करना हो। उन्होंने यह दिखाया कि वे क्या कर सकते हैं। जिस तरह से उन्होंने उस सीजन में बल्लेबाजी की वह मेरे लिए किसी खिलाड़ी में ऐसा परिवर्तन था जो छह महीने में ही जबरदस्त बनने वाला था।” राहुल ने 2016 के बाद से शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने 2018 में 659, 2019 में 593, 2020 में 670 और 2021 में 626 रन बनाए। 2020 में उन्हें ऑरेंज कैप मिला था।
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