श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का गर्भगृह स्वर्णिम आभा से दमक रहा है। पूरे गर्भगृह को सोने की पत्तरों से सजाया गया है और यह सोने का काम पीएम नरेंद्र मोदी की मां के वजन के बराबर हुआ है। सूत्रों की मानें तो पीएमओ से गर्भगृह में लगाने के लिए 60 किलोग्राम सोना भेजा गया था।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का नव्य, भव्य और दिव्य स्वरूप महाशिवरात्रि पर स्वर्णिम आभा के साथ श्रद्धालुओं के सामने आया। श्रद्धालुओं ने स्वर्णिम गर्भगृह में बाबा का दर्शन और जलाभिषेक किया। बाबा दरबार की अनूठी छटा ने उन्हें निहाल कर दिया। गर्भगृह की भीतरी दीवारें सोने से मढ़ी गई हैं।
पर्व के बाद चौखट-दरवाजे और बाहरी दीवारों पर भी सोना मढ़ा जाएगा। दक्षिण भारत के एक काराबोरी ने सोना दान किया है और कहा जा रहा है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन के वजन के बराबर है, जो उनके सौ वर्ष का होने पर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर गर्भगृह को स्वर्णिम बनाने के लिए भेंट किया गया है।
दानदाता के आग्रह पर उनका नाम गोपनीय रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को जब बनारस आए तब उन्होंने मंदिर गर्भगृह में बाबा का दर्शन और रुद्राभिषेक किया। उसी समय गर्भगृह की सुनहरी तस्वीर लोगों के सामने आई। पीएम 13 दिसंबर को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के नव्य भव्य स्वरूप का लोकार्पण करने के बाद पहली बार बनारस आए थे।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर कार्यपालक समिति के अध्यक्ष मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया कि 60 किलोग्राम सोना प्राप्त हुआ है। गर्भगृह की भीतरी दीवारों पर सोने के पत्तर लगाने में 37 किलोग्राम सोना लगा है। शेष 23 किलोग्राम सोना बाहरी दीवारों के साथ ही चौखट व दरवाजे पर मढ़ा जाएगा।