Connect with us

Hindi

Operation Ganga Live, Ukraine Russia War Air India Flight Reaches Mumbai With 616 Indians Return Homeland Today – ऑपरेशन गंगा Live: यूक्रेन से भारतीयों को एयरलिफ्ट कराएगी वायु सेना, आज रवाना हो सकते हैं कई C-17 विमान

Published

on

[ad_1]

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Tue, 01 Mar 2022 12:00 PM IST

सार

यूक्रेन संकट के बीच ऑपरेशन गंगा के तहत वहां फंसे छात्रों को निकालने के लिए कोशिशें और भी तेज कर दी गई हैं। अब तक कुल सात उड़ानें भारत पहुंच चुकी हैं।
 

ख़बर सुनें

यूक्रेन में फंसे 182 भारतीय नागरिकों को लेकर सातवीं ऑपरेशन गंगा फ्लाइट भी बुखारेस्ट (रोमानिया) से मुंबई पहुंच गई है। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने मुंबई हवाई अड्डे पर भारतीय छात्रों की अगवानी की। वहीं एक भारतीय छात्र ने जानकारी दी है कि ऑपरेशन गंगा की आठवीं उड़ान भी बुडापेस्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गई है। छात्र ने कहा कि यह एक सहज प्रक्रिया थी। हम यूक्रेन से हंगरी निकालने के लिए भारतीय दूतावास और सरकार को धन्यवाद देना चाहते हैं। वे हमें सकुशल घर वापस लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

वायुसेना भी करेगी भारतीय नागरिकों को एयरलिफ्ट
रूस-यूक्रेन की वर्तमान स्थिति की बात करें तो दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। इन सब के बीच अन्य देशों के नागरिकों के लिए भी खतरा बढ़ गया है। इस बढ़ते खतरे को देखते हुए भारतीय वायुसेना ने भी कमर कस ली है। ताजा जानकारी के मुताबिक भारतीय नागरिकों को एयरलिफ्ट कराने के लिए एयरफोर्स के कई C-17 विमानों की सहायता ली जाएगी। सूत्रों के अनुसार ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय नागरिकों के निकासी अभियान को और तेज करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय वायु सेना को भी इस ऑपरेशन से जुड़ने के लिए कहा। वायु सेना के हवाई जहाज़ों के जुड़ने से भारतीयों के लौटने की प्रक्रिया गति पकड़ेगी, और उनकी संख्या में भी वृद्धि होगी। साथ ही साथ, भारत से भेजी जा रही राहत सामग्री भी और तेजी से पहुंचेगी। बताया जा रहा है कि भारतीय वायु सेना के कई C-17 विमान आज से ही ऑपरेशन गंगा के तहत उड़ान भर सकते हैं।

विदेश मंत्री जयशंकर ने किया ट्वीट
विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट करते हुए कहा कि हम तब तक आराम नहीं करेंगे जब तक हमारे भारतीय नागरीक सुरक्षित नहीं हैं। इस बीच, यूक्रेन संकट पर सोमवार शाम को उच्च स्तरीय बैठक में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूरी सरकारी मशीनरी चौबीसों घंटे काम कर रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वहां सभी भारतीय सुरक्षित हैं।  

इन चार मंत्रियों को मिली निकासी अभियान की जिम्मेदारी
यूक्रेन में मौजूदा स्थिति पर दिन के दौरान प्रधान मंत्री की अध्यक्षता में यह दूसरी उच्च स्तरीय बैठक थी। इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह सहित विशेष दूत क्रेन में चल रहे रूसी सैन्य अभियानों के बीच फंसे भारतीयों की निकासी के समन्वय के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा करेंगे।

विस्तार

यूक्रेन में फंसे 182 भारतीय नागरिकों को लेकर सातवीं ऑपरेशन गंगा फ्लाइट भी बुखारेस्ट (रोमानिया) से मुंबई पहुंच गई है। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने मुंबई हवाई अड्डे पर भारतीय छात्रों की अगवानी की। वहीं एक भारतीय छात्र ने जानकारी दी है कि ऑपरेशन गंगा की आठवीं उड़ान भी बुडापेस्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गई है। छात्र ने कहा कि यह एक सहज प्रक्रिया थी। हम यूक्रेन से हंगरी निकालने के लिए भारतीय दूतावास और सरकार को धन्यवाद देना चाहते हैं। वे हमें सकुशल घर वापस लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

वायुसेना भी करेगी भारतीय नागरिकों को एयरलिफ्ट

रूस-यूक्रेन की वर्तमान स्थिति की बात करें तो दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। इन सब के बीच अन्य देशों के नागरिकों के लिए भी खतरा बढ़ गया है। इस बढ़ते खतरे को देखते हुए भारतीय वायुसेना ने भी कमर कस ली है। ताजा जानकारी के मुताबिक भारतीय नागरिकों को एयरलिफ्ट कराने के लिए एयरफोर्स के कई C-17 विमानों की सहायता ली जाएगी। सूत्रों के अनुसार ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय नागरिकों के निकासी अभियान को और तेज करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय वायु सेना को भी इस ऑपरेशन से जुड़ने के लिए कहा। वायु सेना के हवाई जहाज़ों के जुड़ने से भारतीयों के लौटने की प्रक्रिया गति पकड़ेगी, और उनकी संख्या में भी वृद्धि होगी। साथ ही साथ, भारत से भेजी जा रही राहत सामग्री भी और तेजी से पहुंचेगी। बताया जा रहा है कि भारतीय वायु सेना के कई C-17 विमान आज से ही ऑपरेशन गंगा के तहत उड़ान भर सकते हैं।

विदेश मंत्री जयशंकर ने किया ट्वीट

विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट करते हुए कहा कि हम तब तक आराम नहीं करेंगे जब तक हमारे भारतीय नागरीक सुरक्षित नहीं हैं। इस बीच, यूक्रेन संकट पर सोमवार शाम को उच्च स्तरीय बैठक में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूरी सरकारी मशीनरी चौबीसों घंटे काम कर रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वहां सभी भारतीय सुरक्षित हैं।  

इन चार मंत्रियों को मिली निकासी अभियान की जिम्मेदारी

यूक्रेन में मौजूदा स्थिति पर दिन के दौरान प्रधान मंत्री की अध्यक्षता में यह दूसरी उच्च स्तरीय बैठक थी। इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह सहित विशेष दूत क्रेन में चल रहे रूसी सैन्य अभियानों के बीच फंसे भारतीयों की निकासी के समन्वय के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा करेंगे।

[ad_2]

Source link

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You May Also Like

Categories